
हमारी जिंदगी में ग्लू यानी गोंद का कितना महत्व है, इसके बारे में ज्यादा कुछ बताने की जरूरत नहीं है. यूं तो बचपन में स्कूल प्रोजेक्ट्स के दौरान ही हम गोंद का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं. फिर जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, ग्लू की जरूरत भी बढ़ती रहती है.
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पहले हमें सिर्फ पेपर वगैरह चिपकाने के लिए ही गोंद की जरूरत पड़ती थी लेकिन अब तो हमें कई तरह की चीजें चिपकाने के लिए गोंद की जरूरत पड़ती रहती है. अब तो हम गोंद की मदद से खिलौने से लेकर गाड़ियों के पार्ट्स तक चिपकाने लगे हैं. अब चाहे वह लकड़ी हो, धातु हो, प्लास्टिक हो या फिर कुछ भी हो, सब कुछ चिपक जाता है. हालांकि, ऐसी चीजों को साधारण ग्लू से नहीं चिपकाया जा सकता, इन्हें चिपकाने के लिए सुपर ग्लू की जरूरत पड़ती है. अब आप ये सोच रहे होंगे कि ये सुपर ग्लू क्या चीज है? दरअसल, सुपर ग्लू एक ऐसा गोंद होता है जो किसी भी ठोस चीज को चुटकियों में चिपका देता है, जैसे- फेवीक्विक.
चुटकियों में चिपका देने वाला फेवीक्विक अपनी ही डिब्बी में क्यों नहीं चिपकता
अब जब नाम का पता चल ही चुका है तो आप फेवीक्विक के नाम और काम से तो अच्छी तरह वाकिफ होंगे. आज के इस समय में कैसी भी चीज टूट जाए, लोग फटाक से 5 रुपये में फेवीक्विक खरीद लाते हैं और धड़ाक से उसे चिपका कर पहले जैसा बना देते हैं. लेकिन क्या कभी आपने ये सोचा है कि अच्छी-अच्छी चीजों को चुटकियों में चिपका देने वाला फेवीक्विक अपनी ही डिब्बी में क्यों नहीं चिपकता, है न बढ़िया सवाल. हो सकता है आपने कभी इस तरफ ध्यान ही न दिया हो लेकिन ये वाकई में एक सोचने और समझने वाला विषय है. यदि आपको इसका जवाब मालूम है तो बहुत अच्छी बात है और यदि नहीं मालूम तो ज्यादा सोचने-समझने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम यहां आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं.
फेवीक्विक के ऑर्गेनिक सॉल्वेंट में मिलाई जाती है ये खास चीज
ये सत्य है कि फेवीक्विक किसी भी चीज को चिपका देता है लेकिन अपनी खुद की डिब्बी में नहीं चिपकता. दरअसल, इसके पीछे विज्ञान है. फेवीक्विक बनाते समय कंपनी इसके ऑर्गेनिक सॉल्वेंट में एक बेहद ही खास चीज मिलाती है, जिसे Cyanoacrylate Polymer कहा जाता है. फेवीक्विक का सॉल्यूशन जब किसी सतह पर गिराया जाता है तो ये हवा के साथ वाष्पीकृत होकर उसके साथ चिपक जाता है. वहीं दूसरी ओर जब फेवीक्विक अपनी डिब्बी में होता है तो ये हवा के साथ संपर्क में नहीं आ पाता. जिसकी वजह से न ये वाष्पीकृत हो पाता है और न ही ये डिब्बी में चिपक पाता है. यदि आप इसकी डिब्बी को कुछ देर तक खोल कर रख दें तो ये निश्चित रूप से उसमे चिपक जाएगा. कहने का सीधा मतलब ये है कि फेवीक्विक को जब तक हवा नहीं मिलेगी, वह तब तक नहीं चिपकेगा.