छत्तीसगढ़ में बस्तर और सरगुजा में अचानक ठंड बढ़ी है और पिछले तीन-चार दिन से यहां रात का तापमान सामान्य से 3 डिग्री तक नीचे चला गया है। गुरुवार रात नारायणपुर में पारा 12.5 डिग्री तक उतरा। यह प्रदेश में सबसे कम है। इसी तरह, बिलासपुर-सरगुजा के उत्तरी क्षेत्रों में भी तापमान 13 डिग्री के आसपास पहुंच गया है। मैदानी इलाकों में दुर्ग सबसे ठंडा रहा। यहां भी पारा नार्मल से तीन डिग्री तक नीचे है। मौसम विभाग ने तापमान और गिरने तथा ठंड बढ़ने की संभावना जताई है।
प्रदेश में उत्तर-पूर्व से आ रही शुष्क हवा के कारण मौसम अचानक ठंडा हुआ है। सभी संभागों में तापमान में काफी गिरावट आई है। पेंड्रारोड और अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री के करीब है। दोनों जगह पर तापमान सामान्य से दो डिग्री कम है। बिलासपुर काफी ज्यादा ठंड महसूस की जा रही है। यहां न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के आसपास पर चल रहा है। यह सामान्य से तीन डिग्री नीचे है। दो डिग्री की गिरावट और होने पर यहां शीतलहर की घोषणा की जा सकती है। मैदानी इलाके वाले दुर्ग में भी अच्छी ठंड पड़ रही है।
यहां भी रात का तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम है। सभी जगहों पर दिन का तापमान सामान्य या उससे एक डिग्री तक ज्यादा है। दिन का तापमान सामान्य से ज्यादा होना, मौसम साफ होने की निशानी है। मौसम साफ और शुष्क होने पर ठंडी हवा तेजी से आती हैं और रात का तापमान भी तेजी से गिरता है। यही वजह है कि पूरे प्रदेश में अभी अच्छी ठंड महसूस की जा रही है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले तीन दिन यानी 31 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में अच्छी ठंड पड़ेगी। नवंबर की शुरुआत भी कड़ाके की ठंड वाली रहेगी। 2 अक्टूबर के आसपास पूर्वी और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में हल्के बादल आने की संभावना है। यदि बादल आए तो तापमान में वृद्धि हो सकती है, लेकिन यह भी ज्यादा एक-दो दिन से ज्यादा नहीं रहेगा। इसके बाद मौसम खुलते ही तापमान में तेजी से गिरावट आएगी।